8th Pay Commission News सरकारी कर्मचारियों के बीच इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा किस मुद्दे पर हो रही है? जी हां, बिल्कुल सही पहचाना आपने—8वां वेतन आयोग। चाहे दफ्तर का लंच टाइम हो या चाय का ब्रेक, हर जगह यही सवाल गूंज रहा है कि आखिर इस बार किसकी कितनी सैलरी बढ़ेगी और किन कर्मचारियों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। हालांकि सरकार ने अभी तक आधिकारिक तौर पर 8वें वेतन आयोग का गठन नहीं किया है, लेकिन पिछले आयोगों के पैटर्न और मौजूदा हालात को देखकर कई अनुमान लगाए जा रहे हैं।
फिटमेंट फैक्टर का खेल
वेतन आयोग की चर्चा हो और फिटमेंट फैक्टर का नाम ना आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। दरअसल, सैलरी में बढ़ोतरी का सबसे बड़ा आधार यही फिटमेंट फैक्टर होता है। माना जा रहा है कि 8वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.28 से 2.86 के बीच हो सकता है। इसका सीधा असर बेसिक पे और उससे जुड़े हर अलाउंस पर पड़ेगा। यहीं से तय होगा कि किसकी जेब में कितनी मोटी सैलरी जाएगी।
सबसे ज्यादा फायदा किसे?
मीडिया रिपोर्ट्स और विशेषज्ञों के अनुसार इस बार सबसे ज्यादा फायदा पे लेवल 1 से लेकर पे लेवल 5 तक के कर्मचारियों को मिलेगा। 7वें वेतन आयोग में जहां न्यूनतम बेसिक पे 18,000 रुपये था, वहीं 8वें वेतन आयोग में इसके बढ़कर 41,000 से 51,480 रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। यानी निचली कैटेगरी के कर्मचारियों की सैलरी में प्रतिशत के हिसाब से कहीं ज्यादा इजाफा होगा। इसका मतलब यह हुआ कि चपरासी से लेकर मल्टी टास्किंग स्टाफ तक, सभी को बड़ी राहत मिलने वाली है।
सैलरी स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव
जैसे ही नया बेसिक पे लागू होगा, सीधे-सीधे कई बदलाव देखने को मिलेंगे। बेसिक पे बढ़ने के साथ ही DA, HRA और TA जैसे भत्तों में स्वतः इजाफा हो जाएगा। इतना ही नहीं, नया बेसिक पे लागू होते ही महंगाई भत्ता फिर से शून्य से गिना जाएगा। इसका फायदा सिर्फ वर्तमान कर्मचारियों को ही नहीं, बल्कि पेंशनर्स को भी मिलेगा, क्योंकि उनकी पेंशन सीधे बेसिक पे से जुड़ी होती है। यानी क्लास-1 के अधिकारी से लेकर क्लर्क और चपरासी तक, हर स्तर पर सैलरी स्ट्रक्चर बदल जाएगा।
कौन-कौन आएंगे किन लेवल में?
- पे लेवल 1 (Basic ₹18,000 वाले कर्मचारी):
मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS), प्यून/चपरासी, सफाई कर्मचारी, दफ्तरी और चौकीदार। - पे लेवल 3:
पुलिस या पैरामिलिट्री के कॉन्स्टेबल, सीनियर क्लर्क, कुछ स्किल्ड टेक्निशियन और पंचायत सचिव (कुछ राज्यों में)। - पे लेवल 4 (Basic ₹25,500 से शुरुआत):
असिस्टेंट लोअर डिवीजन क्लर्क, सीनियर स्टेनोग्राफर और डाटा एंट्री ऑपरेटर (ग्रेड B)।
कितनी बढ़ सकती है सैलरी?
विशेषज्ञों का अनुमान है कि केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनर्स को कुल मिलाकर 30 से 40% तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यानी अगर आपकी जेब में पहले 50 हजार रुपये आते थे तो अब यह सीधा 65 से 70 हजार रुपये तक पहुंच सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि 8वें वेतन आयोग से कर्मचारियों की जेब भारी और चेहरे पर मुस्कान और भी ज्यादा चौड़ी हो जाएगी।