Senior Citizen Ticket Discount : भारतीय रेलवे ने देशभर के वरिष्ठ नागरिकों को एक बड़ी सौगात दी है। अगर आपकी उम्र 60 साल या उससे ज्यादा है, तो अब आप ट्रेन से सफर करने पर आधे किराए यानी 50% तक की छूट का लाभ उठा सकते हैं। यह सुविधा न सिर्फ साधारण एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में, बल्कि राजधानी, शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में भी लागू होगी। यानी अब लंबी दूरी की यात्रा आपके लिए पहले से कहीं ज्यादा आसान और किफायती हो जाएगी।
क्यों उठाया गया यह कदम?
पिछले कुछ समय से महंगाई लगातार बढ़ रही है और सीमित आय वाले वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेल यात्रा करना मुश्किल होता जा रहा था। कई बुजुर्ग यात्री पेंशन या बचत पर निर्भर रहते हैं, और जब उन्हें लंबे सफर करने पड़ते हैं तो टिकट का खर्च उनके लिए एक बड़ा बोझ बन जाता है।
रेल मंत्रालय का कहना है कि यह छूट सिर्फ रियायत नहीं है, बल्कि वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान और जिम्मेदारी का प्रतीक है। रेलवे का उद्देश्य है कि देश के बुजुर्ग आराम से, बिना चिंता और बिना अतिरिक्त आर्थिक बोझ के यात्रा कर सकें।
किसे मिलेगा लाभ?
इस योजना का फायदा पाने के लिए कुछ सरल शर्तें रखी गई हैं:
- यात्री भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- उसकी उम्र कम से कम 60 वर्ष होनी चाहिए।
- टिकट बुकिंग और यात्रा के समय वैध पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, वोटर आईडी, पेंशन पासबुक) दिखाना अनिवार्य होगा।
- यह सुविधा ऑनलाइन (IRCTC ऐप/वेबसाइट) और ऑफलाइन (रेलवे स्टेशन काउंटर) दोनों बुकिंग पर उपलब्ध है।
किन ट्रेनों में मिलेगी छूट?
रेलवे ने साफ किया है कि यह छूट लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों पर लागू होगी, जैसे:
- मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें
- सुपरफास्ट ट्रेनें
- राजधानी एक्सप्रेस
- शताब्दी एक्सप्रेस
- दुरंतो एक्सप्रेस
- वंदे भारत एक्सप्रेस (फिलहाल अंतिम पुष्टि के अधीन)
इसका मतलब है कि चाहे आप धार्मिक यात्रा कर रहे हों या परिवार से मिलने, अब यह सफर जेब पर हल्का पड़ेगा।
बुकिंग प्रक्रिया कितनी आसान है?
टिकट बुक करते समय यात्रियों को सिर्फ “वरिष्ठ नागरिक छूट” वाला विकल्प चुनना होगा।
- ऑनलाइन बुकिंग: IRCTC वेबसाइट या ऐप पर यह विकल्प स्पष्ट रूप से उपलब्ध होगा।
- ऑफलाइन बुकिंग: रेलवे टिकट काउंटर पर पहचान पत्र दिखाने पर छूट स्वतः ही लागू हो जाएगी।
यात्रा के दौरान टिकट चेकर (TTE) को वही पहचान पत्र दिखाना जरूरी होगा, जिसके आधार पर टिकट बुक किया गया है।
कितना होगा किराए में अंतर?
मान लीजिए, दिल्ली से लखनऊ का सेकंड एसी टिकट ₹1,500 का है। इस छूट के बाद सीनियर सिटीज़न वही टिकट सिर्फ ₹750 में ले पाएंगे। यानी एक तरफ के सफर में ही ₹750 की बचत और आने-जाने में कुल ₹1,500 तक का फायदा। यह छूट लंबी दूरी की यात्राओं में और भी ज्यादा राहत देने वाली है।
ध्यान देने योग्य बातें
- यह छूट Tatkal टिकट पर लागू नहीं है।
- बुकिंग के समय छूट विकल्प चुनना न भूलें।
- यात्रा के दौरान वैध पहचान पत्र हमेशा साथ रखें।
- अगर ऑनलाइन बुकिंग में समस्या आए, तो नजदीकी रेलवे स्टेशन से टिकट कटवा सकते हैं।
क्यों है यह फैसला खास?
भारत में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या लगभग 14 करोड़ है। इनमें से लाखों लोग नियमित रूप से धार्मिक स्थलों की यात्रा करते हैं या पारिवारिक कारणों से सफर करते हैं। कोविड-19 महामारी के बाद जब यह सुविधा बंद हो गई थी, तो वरिष्ठ नागरिकों के लिए यात्रा करना और भी मुश्किल हो गया था।
अब इस छूट की वापसी ने न सिर्फ उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है, बल्कि यह भी साबित किया है कि सरकार और रेलवे उनकी समस्याओं को गंभीरता से देखते हैं और समाधान भी करते हैं।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे का यह कदम सीनियर सिटीज़न के लिए एक बड़ी राहत है। अब उन्हें लंबी दूरी की यात्रा करने के लिए बार-बार सोचने की जरूरत नहीं होगी। 50% की छूट न केवल उनकी जेब हल्की करेगी बल्कि उन्हें सम्मान और सुविधा भी दिलाएगी।
यह योजना “सबका साथ, सबका विकास” के विजन को मजबूती देती है और यह दिखाती है कि देश अपने बुजुर्गों को कितना महत्व देता है।