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Personal Loan : 4 साल में चुकाना है ₹7 लाख का पर्सनल लोन? जानिए EMI और ब्याज का पूरा हिसाब!

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PERSONAL LOAN

Personal Loan आज के समय में अचानक आने वाले खर्चों के लिए पर्सनल लोन सबसे आसान और भरोसेमंद विकल्प माना जाता है। चाहे बच्चों की पढ़ाई का खर्च हो, कोई मेडिकल इमरजेंसी आ जाए या फिर घर की मरम्मत और शादी-ब्याह जैसे बड़े खर्च सामने हों, पर्सनल लोन तुरंत मददगार साबित होता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यही है कि इसके लिए किसी गारंटी या सिक्योरिटी की जरूरत नहीं होती। लेकिन अगर आप ₹7 लाख का पर्सनल लोन लेने की सोच रहे हैं तो यह जानना बेहद जरूरी है कि इसकी EMI कितनी बनेगी और ब्याज समेत कुल कितना भुगतान करना पड़ेगा।

मौजूदा ब्याज दरें – किसे मिलती है सस्ती डील?

फिलहाल भारतीय बैंकों में पर्सनल लोन की ब्याज दरें 10% से 14% के बीच हैं। ये दरें हर किसी के लिए एक जैसी नहीं होतीं, बल्कि आपके क्रेडिट स्कोर, नौकरी की स्थिरता, आय स्तर और बैंक की नीतियों पर निर्भर करती हैं। जिन लोगों का सिबिल स्कोर 750 से ऊपर होता है, उन्हें बैंक कम ब्याज दर पर लोन देने के लिए ज्यादा तैयार रहते हैं।

बैंकों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा का फायदा ग्राहकों को मिलता है, क्योंकि कई बैंक बेहतर ऑफर पेश करते हैं। हालांकि, औसतन 11% वार्षिक ब्याज दर को एक संतुलित अनुमान माना जा सकता है।

₹7 लाख लोन की EMI का पूरा हिसाब

अगर आप ₹7 लाख का पर्सनल लोन 4 साल (48 महीने) की अवधि के लिए लेते हैं और उस पर ब्याज दर 11% मान लें, तो आपकी मासिक EMI लगभग ₹18,076 आएगी।

इस हिसाब से आपको चार साल में कुल ₹1,67,648 रुपये सिर्फ ब्याज के रूप में चुकाने होंगे। यानी सात लाख की मूल राशि जोड़कर आपका कुल भुगतान ₹8,67,648 रुपये हो जाएगा। यह गणना बैंकों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले EMI कैलकुलेटर फॉर्मूले पर आधारित है, जिससे आपको पहले से पूरी लागत का अंदाजा मिल जाता है।

लोन लेने से पहले क्या तैयारी करें?

पर्सनल लोन लेने से पहले अपनी आय और खर्चों का संतुलन जरूर जांचें। वित्तीय विशेषज्ञ मानते हैं कि आपकी मासिक आय का 30% से 40% से ज्यादा EMI नहीं होना चाहिए। इससे बाकी खर्चों और बचत पर असर नहीं पड़ेगा।

इसके अलावा, अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर, प्रोसेसिंग फीस और छिपे हुए चार्जेज की तुलना करना भी बेहद जरूरी है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर कमजोर है तो पहले मौजूदा लोन की EMI समय पर चुकाकर और क्रेडिट कार्ड बिल क्लियर करके इसे सुधारने की कोशिश करें। आवेदन के समय आय प्रमाण पत्र, बैंक स्टेटमेंट और पहचान पत्र जैसे दस्तावेज तैयार रखें ताकि लोन प्रोसेस में देरी न हो।

EMI चुकाने की रणनीति और सावधानिया

लोन लेने के बाद सबसे अहम बात है EMI को समय पर चुकाना। अगर आप EMI चुकाने में चूक जाते हैं तो न सिर्फ पेनल्टी लगती है बल्कि आपका क्रेडिट स्कोर भी खराब हो सकता है।

अगर भविष्य में आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाए तो आप चाहें तो प्री-पेमेंट या आंशिक भुगतान करके ब्याज का बोझ घटा सकते हैं। हालांकि ध्यान रखें कि कई बैंक प्री-पेमेंट पर अतिरिक्त शुल्क भी लगाते हैं, इसलिए लोन एग्रीमेंट की शर्तों को अच्छी तरह पढ़ना जरूरी है।

साथ ही, किसी भी अनहोनी स्थिति से बचाव के लिए कम से कम 3 महीने की EMI अलग से बचाकर रखना समझदारी मानी जाती है।

निष्कर्ष

अगर आपकी मासिक आय स्थिर है और आप अनुशासित ढंग से वित्तीय प्रबंधन करते हैं, तो ₹7 लाख का पर्सनल लोन आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। यह न सिर्फ आपकी तात्कालिक जरूरतें पूरी करेगा बल्कि आपको एक निश्चित समयसीमा में आराम से चुकाने की सुविधा भी देगा।

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