Sukanya Samriddhi Yojana केंद्र सरकार ने बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए एक बेहद खास योजना की शुरुआत की है – सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana)। इस योजना का मकसद है कि माता-पिता अपनी बेटी की शिक्षा और विवाह जैसे बड़े खर्चों के लिए बिना किसी चिंता के पैसे जमा कर सकें।
अगर कोई अभिभावक अपनी बेटी का खाता इस योजना में खुलवाता है तो एक निश्चित समय के बाद उसे अच्छा-खासा रिटर्न ब्याज सहित मिलेगा। इन पैसों का इस्तेमाल बेटी की पढ़ाई पूरी करने या शादी के खर्च के लिए किया जा सकता है।
योजना कब शुरू हुई?
सुकन्या समृद्धि योजना को केंद्र सरकार ने साल 2015 में लॉन्च किया था। शुरुआत से ही यह स्कीम बेटियों वाले परिवारों के बीच बेहद लोकप्रिय रही है क्योंकि इसमें निवेश पर गारंटीड रिटर्न मिलता है और ब्याज दर भी आकर्षक रहती है।
निवेश की शर्तें और राशि
इस योजना में आप कम से कम ₹50 से लेकर अधिकतम ₹1.5 लाख रुपये सालाना तक निवेश कर सकते हैं। यह राशि आप हर महीने या सालाना जमा कर सकते हैं। समय-समय पर जमा की गई यह छोटी-छोटी बचत आगे चलकर लाखों रुपये का फंड तैयार कर देती है।
कौन खोल सकता है खाता?
इस योजना में खाता खोलने के लिए बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए। अभिभावकों के पास बेटी का जन्म प्रमाण पत्र और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट होना आवश्यक है। इन डॉक्यूमेंट्स के साथ माता-पिता आसानी से डाकघर या बैंक में खाता खुलवा सकते हैं।
रिटर्न और ब्याज की दर
रिटर्न इस बात पर निर्भर करेगा कि आपने कितनी रकम जमा की है। सरकार ने इस योजना के लिए ब्याज दर 8.2% वार्षिक तय की है, जिस पर चक्रवृद्धि ब्याज भी मिलता है। यानी आपके पैसों पर हर साल अतिरिक्त ब्याज जुड़ता जाएगा और मैच्योरिटी पर एक बड़ी रकम तैयार होगी।
मैच्योरिटी अवधि
योजना की मैच्योरिटी तब पूरी होती है जब आपकी बेटी की उम्र 21 साल हो जाती है। उस समय तक जमा की गई राशि और ब्याज मिलाकर आपको मोटी रकम मिलती है, जिसे बेटी की पढ़ाई या शादी पर खर्च किया जा सकता है।
खाता कैसे खुलवाएं?
इस योजना में खाता खुलवाना बेहद आसान है। आपको बस अपने नजदीकी डाकघर या बैंक जाना होगा। वहां सुकन्या समृद्धि योजना का एप्लीकेशन फॉर्म भरकर जमा करना होगा। डॉक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन के बाद हर महीने तय रकम आपके बैंक खाते से ऑटो-डेबिट होकर योजना में जमा होती रहेगी।
कुल मिलाकर, सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के उज्जवल भविष्य के लिए एक बेहतरीन विकल्प है। छोटी-सी बचत आगे चलकर लाखों रुपये में बदल सकती है और माता-पिता को अपनी बेटी की पढ़ाई और शादी जैसे बड़े खर्चों के लिए आर्थिक मजबूती मिलती है।