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Sukanya Samriddhi Yojana 2025 : सिर्फ ₹250 या ₹500 जमा करें और पाएं ₹74 लाख तक! सुकन्या समृद्धि योजना 2025 का बड़ा अपडेट

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Sukanya Samriddhi Yojana 2025

Sukanya Samriddhi Yojana 2025 : भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana 2025) फिर से सुर्खियों में है। 2015 में शुरू हुई यह योजना आज भी उन माता-पिता के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प मानी जाती है, जो अपनी बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं। चाहे बेटी की उच्च शिक्षा का खर्च हो या फिर शादी का सपना, इस योजना के जरिए हर वर्ग के लोग लंबे समय के लिए एक सुरक्षित फंड तैयार कर सकते हैं। खास बात यह है कि यह योजना खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यम वर्गीय परिवारों को ध्यान में रखकर बनाई गई है।

योजना की अहमियत और लोकप्रियता

शुरुआत में जब इस योजना की घोषणा हुई थी तो इसे लेकर ज्यादा चर्चा नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे इसके फायदे लोगों तक पहुंचे। आज यह पोस्ट ऑफिस की सबसे ज्यादा लोकप्रिय बचत योजनाओं में शामिल हो चुकी है। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि यहां निवेश पर सरकारी गारंटी मिलती है। यानी आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और बाजार की अनिश्चितताओं से बिल्कुल भी प्रभावित नहीं होता।

ब्याज दर और निवेश की सुविधा

वर्तमान में इस योजना पर 8.2% सालाना ब्याज दर मिल रही है, जो कई अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में कहीं ज्यादा है। इस खाते में आप न्यूनतम ₹250 सालाना जमा करके शुरुआत कर सकते हैं और अधिकतम ₹1.5 लाख सालाना तक का निवेश कर सकते हैं।

अगर कोई परिवार हर साल अधिकतम राशि यानी ₹1.5 लाख निवेश करता है और पूरे 15 साल तक इसे जारी रखता है, तो कुल जमा राशि लगभग ₹22.5 लाख होगी। ब्याज और मैच्योरिटी बेनिफिट्स जोड़कर बेटी के 21 साल पूरे होने पर परिवार को करीब ₹65 से 74 लाख रुपये तक मिल सकते हैं। यही वजह है कि लोग इसे बेटियों का भविष्य सुरक्षित करने का सबसे बेहतर विकल्प मानते हैं।

कौन कर सकता है खाता खुलवाना?

इस योजना में खाता खुलवाने के लिए कुछ आसान शर्तें हैं। खाता केवल 10 साल से कम उम्र की बेटियों के नाम पर ही खुल सकता है और एक परिवार में अधिकतम दो बेटियों के लिए खाते खोले जा सकते हैं। हालांकि, जुड़वा या तीन बेटियों के मामले में नियम थोड़ा लचीला हो जाता है।

ग्रामीण इलाकों और कमजोर तबके के परिवारों के लिए यह योजना बेहद मददगार है क्योंकि वहां शिक्षा और शादी के खर्च के लिए बचत करना अक्सर बड़ी चुनौती होती है।

निवेश और रिटर्न की प्रक्रिया

खाता खुलने के बाद अभिभावक को लगातार 15 साल तक जमा करना होता है। इसके बाद खाते में पैसा जमा करना जरूरी नहीं है, लेकिन ब्याज मिलता रहता है। बेटी के 18 साल की होने पर आंशिक निकासी की सुविधा भी मिलती है और 21 साल पूरे होने पर पूरा खाता मैच्योर हो जाता है।

ब्याज दर में उतार-चढ़ाव

यह ब्याज दर सरकार समय-समय पर तय करती है। हाल के वर्षों में इसे 7.6% से बढ़ाकर 8.2% कर दिया गया है, जो निवेशकों के लिए बड़ी राहत है। ब्याज की गणना सालाना चक्रवृद्धि आधार पर होती है, यानी जितना ज्यादा समय तक पैसा रहेगा, उतना ज्यादा फायदा मिलेगा।

खाता खुलवाने की प्रक्रिया

इस योजना का खाता फिलहाल सिर्फ ऑफलाइन ही खुलता है। इसके लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस जाना होता है। वहां फॉर्म भरकर बेटी का जन्म प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पता प्रमाण और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेज जमा करने होते हैं। इसके साथ न्यूनतम ₹250 जमा करके खाता खुल जाता है और आपको पासबुक मिलती है।

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